नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Go / Gau Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। आज हम आपको गो / गौ (गाय, बैल, इंद्रिया, किरण, पृथ्वी, वाणी) शब्द रूप के बारे में लेख लिखा है। इस लेख में हमने गो / गौ शब्द रूप, गो / गौ शब्द के रूप सातों विभक्ति में विस्तार से जानकारी दे रहे है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। गो / गौ (गाय, बैल, इंद्रिया, किरण, पृथ्वी, वाणी) शब्द ओकारान्त पुल्लिंग / स्त्रीलिङ्ग संज्ञा शब्द है। ‘गो’ शब्द के रूप पुँल्लिंग एवं स्त्रीलिंग दोनों में समान ही होते हैं। सभी ओकारान्त पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं।
गो / गौ शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Go / Gau Shabd Roop in Sanskrit
गो / गौ शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | गौः | गावौ | गावः |
द्वितीया | गाम् | गावौ | गाः |
तृतीया | गवा | गोभ्याम् | गोभिः |
चतुर्थी | गवे | गोभ्याम् | गोभ्यः |
पंचमी | गोः | गोभ्याम् | गोभ्यः |
षष्ठी | गोः | गवोः | गवाम् |
सप्तमी | गवि | गवोः | गोषु |
सम्बोधन | हे गौः! | हे गावौ! | हे गावः! |

आज के इस लेख में आपको गो / गौ शब्द के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास किया है अनेक शब्दों के शब्द रूप जाने के लिए नीचे दिए गए है। हमने अनेक शब्दों के शब्द रूपों को अच्छे से आपको समझाया है अगर आपको यह समझ में आया है तो कमेंट में जरूर बताएं। हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।