नमस्कार दोस्तों, इतर का शब्द रूप क्या होता है जैसा कि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि इतर का शब्द रूप क्या होता है अक्सर कक्षा 6,7,8,9,10 के विद्यार्थियों को इतर शब्द रूप के बारे में पूछा जाता है। इसलिए जिन लोगों को नहीं पता वह लोग घबराए ना क्योंकि हम अपने इस पोस्ट में इसी के बारे में बताने वाले हैं कि Itar Striling Shabd Roop in Sanskrit क्या होगा जिसे पढ़कर आप लोग आसानी से जान सकते हैं कि इतर का शब्द रूप क्या होगा इन के बारे में बहुत ही विस्तार से बताएंगे।
इतर (दूसरा) शब्द सर्वनाम संज्ञा शब्द है। इसके रूप तीनों लिंगों में होते हैं। यहाँ हम इतर शब्द के स्त्रीलिङ्ग में रूप दें रहें हैं। सर्व (सभी) नामों (संज्ञा-शब्दों) के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को ‘सर्वनाम-शब्द’ कहते हैं। संस्कृत-व्याकरण में प्रमुख सर्वनाम शब्दों हैं, जैसे- अन्य, अस्मद्, इअदस्, दम्, उभ, उभय, ईदृश्, किम्, एतद्, तद्, कतिपय,भवत्, युष्मद्, यद्, सर्व आदि।
इतर (दूसरा) शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Itar Striling Shabd Roop in Sanskrit
इतर (दूसरा) शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | इतरा | इतरे | इतराः |
द्वितीया | इतराम् | इतरे | इतराः |
तृतीया | इतरया | इतराभ्याम् | इतराभिः |
चतुर्थी | इतरस्यै | इतराभ्याम् | इतराभ्यः |
पंचमी | इतरस्याः | इतराभ्याम् | इतराभ्यः |
षष्ठी | इतरस्याः | इतरयोः | इतरासाम् |
सप्तमी | इतरस्याम् | इतरयोः | इतरासु |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से इतर (दूसरा) शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।