MBBS Full Form In Hindi: Courses, Admissions, Eligibility, Syllabus

MBBS: हर किसी के मन में रहता है की जीवन में डॉक्टर बनकर लोगो के सेवा करू और अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए अपना योगदान देवे 12th पास करते ही सभी बच्चे अपने कॅरिअर के बारे में सोचते है और आपने क्षेत्र का चुनाव करते है और अपने क्षेत्र का चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है जो की आपके आने वाले जीवन लक्ष्य का निर्धारण है और अपने लक्ष्य का निर्धारण करते समय आप सही ज्ञान और मार्गदर्शन की आवश्यता होती है और सही मार्गदर्शन तभी होता जब पूर्ण जानकारी उपलब्ध हो। इसलिए आज हम बात करेंगे MBBS की।

अगर आप भी MBBS का कोर्स करना चाहते हैं तो इस लेख में हम MBBS के बारे में विस्तृत जानकारी साँझा करने जा रहे है और आपके सवाल जैसे:- MBBS होता क्या है? और एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए क्या योग्यताएं हैं? MBBS कॉलेज की Fees क्या होती है इत्यादि सवाल आपके मन में एमबीबीएस को लेकर होंगे। kya hai MBBS जाने और अपना भविष्य सुनिश्चित करे। आप इस लेख को पढ़कर इन कोर्सेज को कर सकते हैं

MBBS क्या है?

mbbs full form in hindi

MBBS की फुल फॉर्म क्या है?/ mbbs ka full form:-

हिंदी में MBBS का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) होता है। एक लैटिन शब्द का Short Name है, जो मेडिसिने बैकालॉरियस बैकालॉरियस चिरुर्गिया है। यह बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड सर्जरी डिग्री प्रोग्राम है।

एमबीबीएस डॉक्टर कैसे बने?

पहले दो उन्नत और पेशेवर स्नातक चिकित्सा डिग्री बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी हैं। इस कोर्स को सफलता पूर्वक करने के बाद आप डॉक्टर कहलाने लग जाओगे और आपके नाम के आगे डॉक्टर लग जाएगा  MBBS करने वाले को सम्मान जनक नजरो से देखा जाता है क्योंकि डॉक्टर बनाना अपने आप में एक सम्मान है।

यह कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को 5.5 साल का समय लगता हैं। इस कोर्स में में शामिल होने के लिए physics, chemistry, biology (PCB) से 12th पास होना आवश्यक है। यदि आपके pcb के साथ आपके नॉन- math सब्जेक्ट है तो आप MBBS की एग्जाम में शामिल हो सकते है।

साथ ही इसमें Admission के बाद इसमें के बाद लंबे समय के लिए पढ़ाई करनी पढ़ती है जिसके लिए आपमें  धैर्य और क्षमता की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार MBBS की पढाई में  मानव शरीर रचना विज्ञान, बीमारियों का परीक्षण करना पढता है और इलाज करने के तरीके के बारे में शिक्षित करने में सक्षम है। इसमें कई प्रकार के पाठ्यक्रम शामिल है जिसमे आपको चिकित्सा से संबंधित अध्ययन करवाता है ताकि मानव शरीर के आंतरिक और बाहरी के रोगो को समझकर इलाज करने में सक्षम हो सके। इसमें स्टूडेंट्स का भविष्य सवारने के लिए अलग – अलग पाठ्यक्र्म शामिल किये गए है।

एमबीबीएस हाइलाइट्स:-

कोर्स का नामबैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी
(Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery)
TypeDegree
LevelUndergraduate
Eligibility10+2 with physics, chemistry, and biology
अवधि5.5 साल
Average FeeRs. 71,000 to Rs.2,100,000
कैरियर के अवसरचिकित्सक एंडोक्रिनोलॉजिस्ट रोगविज्ञानी न्यूरोलॉजिस्ट हृदय रोग विशेषज्ञ स्त्री रोग विशेषज्ञ
Average Salary360,000 प्रतिवर्ष

MBBS Eligibility (एमबीबीएस पात्रता):-

आवेदकों को बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) डिग्री के लिए पात्रता:-

10+2 में कम से कम 50 प्रतिशत मार्क्स के आवश्यकता होती है।
न्यूनतम आयु की आवश्यकता 17 वर्ष है
आवेदकों को अनिवार्य विषयों भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ कम से कम 10 + 2 करना चाहिए था।
आवेदकों को प्रवेश के लिए आवश्यक प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
आरक्षित वर्ग के पात्र उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत है।
एमबीबीएस कार्यक्रम के लिए आवेदन करने की अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष है

MBBS Admissions /एमबीबीएस प्रवेश:-

प्रवेश परीक्षा:

वर्तमान समय में MBBS में शामिल होने के लिए NEET की एग्जाम देनी होती है नीट एग्जाम को National Testing Agency (NTA) के द्वारा करवाई जाती है, नीट एग्जाम में पास विधार्थियो को Counseling के फॉर्म के लिए आमंत्रित किया जाता है। Counseling के दौरान कॉलेज की जगह चुनते है जिससे आपको सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की सीटों को सम्मिलित किया जाता है। उच्च रैंकिंग वाले विश्वविद्यालयों में आवेदन करने की अनुमति देते हैं।

मेरिट-आधारित:

MBBS के पाठ्यक्रमों वाले कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, जो उम्मीदवारों को 10 + 2 के  मार्क्स के आधार पर कॉलेज में प्रवेश प्रदान करते है इनमे में कुछ कॉलेजेस पपहले प्रवेश परीक्षा लेते है ओर इस प्रकार के कॉलेज की संख्या बहुत कम होती है।

Top MBBS Exams

NEET Exam: वर्तमान में सबसे प्रचलित एग्जाम नीट है जिसे NTA-नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के नाम से भी जाना जाता है। जो के हर वर्ष तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स आवेदको की एग्जाम लेता है जिसमे लाखो विधार्थी शामिल है। इसमें पास या उत्तीर्ण विधार्थियो की काउंसलिंग करवाई जाती है उसके अनुसार आवेदक कर्ता को प्राइवेट और सरकारी कॉलेजो में चयन करवाया जाता है।

10+2 में मेरिट के आधार पर

10+2 में मेरिट के आधार पर बहुत से कॉलेज पहले एड्मिसन देते थे लेकिन अब बहुत कम कॉलेज ही मेरिट के आधार पर कॉलेज में mbbs के लिए एडमिसन देते है। पहले AIIMS और JIPMER कॉलेज एमबीबीएस में प्रवेश के लिए एक अपवाद थे क्योंकि ये शैक्षणिक संस्थान अपनी प्रवेश परीक्षाएं लेते थे। लेकिन इस बीच उन परीक्षाओं को भी खत्म कर दिया गया है।

MBBS Specializations:-

इस कोर्स की अवधि साढ़े पांच साल होती है जिसमे एक साल की इंटर्नशिप होती है। जिसमे योग्य उम्मीदवारों को देश में चिकित्सा और सर्जरी का अध्ययन करने की अनुमति देता है। MBBS में शाररिक रोगो के बारे में बखूबी बहुत कुछ सिखाया जाता है जिसमे शरीर के अलग – अलग पार्ट्स के रोगो के लिए शिक्षा दी जाती है और उसका specialist बनाया जाता है

बाजार में रोजगार के अवसर कम हैं और डॉक्टरों की संख्या उससे कहीं अधिक है। बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (बीएमबीएस / एमबीबीएस) की डिग्री अर्जित करने से छात्रों को चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा उद्योगों में अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

  1. नेत्र विज्ञान विशेषज्ञ
  2. अनेस्थिसियोलॉजी विशेषज्ञ
  3. प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ
  4. मनश्चिकित्सा विशेषज्ञ
  5. सामान्य दवा विशेषज्ञ
  6. हड्डी रोग विशेषज्ञ
  7. सामान्य शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ
  8. बच्चों की दवा करने की विद्या विशेषज्ञ
  9. त्वचा विज्ञान विशेषज्ञ
  10. ईएनटी (कान, नाक और गला) विशेषज्ञ

एमबीबीएस के बाद करियर के अवसर:-

MBBS करने के बाद आप डॉक्टर कहलाने लग जाओगे आप जिस पाठ्यक्रम से पढाई की हो। उससे तहत आप अपना कॅरिअर चुनते है।

Chief Medical OfficerPhysiologist
GastroenterologistPsychiatrist
General PractitionerRadiologist
Hospital AdministratorBacteriologist
Resident Medical OfficerCardiologist
Medical Admitting OfficerDermatologist
Clinical Laboratory ScientistGeneral Surgeon
GynecologistNeurologist
OrthopaedistNutritionist
PediatricianObstetrician
PathologistChiropodist
PhysicianMeteorologist
Anesthetist or AnaesthesiologistN.T Specialist

सामान्य चिकित्सक:

एमबीबीएस डिग्री के साथ स्नातक एक सामान्य चिकित्सक के रूप में अपना करियर शुरू कर सकते हैं जो मौसमी और नार्मल बीमारियों के रोगो का उपचार कर सकते है इस प्रकार के चिकित्सक सामान्य रोगो का ही इलाज करते है,

और ये गैर-सर्जिकल चिकित्सा रोगो का इलाज करने में सक्षम होते हैं। इस प्रकार के सामान्य चिकित्सक पेशेवर रूप से शिक्षित चिकित्सक होते हैं जो बुजुर्ग रोगियों को विभिन्न प्रकार के गैर-सर्जिकल चिकित्सा ध्यान प्रदान करते हैं। यदि उनको लगता है की ये इलाज उनसे नहीं होगा तो वे अन्य डॉक्टर को रेफर करते है।

बाल रोग विशेषज्ञ:

इस प्रकार के चिकित्सक छोटे बच्चे के रोग निदानो के लिए तैयार होते है तथा उसके समग्र विकास और विकास का निदान करता है।  स्वास्थ्य और नियमित शारीरिक प्रदर्शन का परीक्षण और निगरानी करने के लिए, बाल रोग विशेषज्ञ शिशुओं और छोटे बच्चों पर नियमित रूप से विस्तृत परीक्षण करते हैं परीक्षण के पश्च्यात उनको दवा देते है।

मेडिकल सर्जन:

जिन रोगो के निदान के लिए दवा काम नहीं कर रही अर्थात किसी रोग के लिए सर्जरी आवश्यक हो तो उसी सर्जरी को मेडिकल सर्जन के देख रेख में टीम करती है आमतौर पर ऑपरेशन थिएटर में सर्जन, एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और नर्सिंग स्टाफ के लिए किसी अन्य सर्जन या सहायक की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य को बढ़ाने या ठीक करने के लिए उनके द्वारा मरीजों का ऑपरेशन किया जाता है,

चिकित्सक:

चिकित्सक पुरानी बीमारी के निदान करते है। जो रेगुलर पैसेण्टस का इलाज किया जाता है चिकित्सकों को एक अलग स्तर की बुद्धि और शिक्षा की आवश्यकता होती है, जिसमें आम तौर पर स्नातक की डिग्री, मेडिकल स्कूल की डिग्री और लंबे समय तक अभ्यास शामिल होता है। चिकित्सकों की बुद्धि और शिक्षा की एक अलग स्थिति होती है, जिसमें आम तौर पर स्नातक की डिग्री, एक चिकित्सा अकादमी की डिग्री और लंबे समय तक अभ्यास शामिल होता है।

चिकित्सा अधिकारी:

चिकित्सा अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी माना जाता है साथ ही ये डॉक्टर होते है चिकित्सक के प्रभारी होते है ये  चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं, समस्या का पता लगाते हैं, और चिकित्सा स्थितियों और बीमारी नियंत्रण पर निर्देश देते हैं। रोगी उपचार और अन्य चिकित्सा पेशेवरों के कर्तव्यों की निगरानी में चिकित्सा अधिकारी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जब सेवाओं को शुरू में लागू किया जाता है, तो वे कभी-कभी उपचार में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं। वे परिवार और व्यक्ति की जरूरतों और उपचार की योजनाओं का आकलन और निदान करने में बहुत अच्छी तरह से सहायता कर सकते हैं।

आहार विशेषज्ञ:

आहार विशेषज्ञ वे पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते है और जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए स्वस्थ पोषण, उचित भोजन विकल्प और पोषण को नियंत्रित करने के मूलभूत सिद्धांतों पर कार्य काम करते है।

एमबीबीएस करने के बाद रोजगार के क्षेत्र:

Private PracticeHospitals
Medical FoundationPolyclinics
Biomedical CompaniesHealth Centres
Research InstitutesLaboratories
Non-Profit OrganizationsNursing Homes
Pharmaceutical & Biotechnology CompaniesMedical Colleges

भारत में TOP 10 MEDICAL कॉलेज:-

AIIMS Delhi – All India Institute of Medical Sciences New
PGIMER Chandigarh – Postgraduate Institute of Medical Education and Research
CMC Vellore – Christian Medical College
NIMHANS Bangalore – National Institute of Mental Health and Neuro Sciences
SGPGIMS Lucknow – Sanjay Gandhi Postgraduate Institute of Medical Sciences
Amrita Vishwa Vidyapeetham, Coimbatore
BHU Varanasi – Banaras Hindu University
JIPMER Puducherry – Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education and Research
KGMU Lucknow – King George’s Medical University
KMC Manipal – Kasturba Medical College

एमबीबीएस की फुल फॉर्म क्या है?

MBBS का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) होता है।

क्या एमबीबीएस डॉक्टर है?

सबसे आम और स्वीकृत डॉक्टरेट की डिग्री एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) है। यह एकमात्र स्नातक की डिग्री है जो उम्मीदवारों को अपने नाम के साथ डॉक्टर शब्द ले जाने में सक्षम बनाती है। एमबीबीएस एक मेडिकल अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है।

क्या निजी मेडिकल कॉलेजों में भी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए नीट क्वालिफाई करना अनिवार्य है?

हां, चूंकि NEET सभी UG मेडिकल डिग्री के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा है, इसलिए आपको निजी मेडिकल कॉलेजों में भी प्रवेश के लिए NEET योग्य होना चाहिए।

एमबीबीएस को यूएसए में क्या कहा जाता है?

संयुक्त राज्य अमेरिका में मेडिकल डिग्री को एमडी (मेडिसिन डॉक्टर) के रूप में मान्यता प्राप्त है, और इसलिए एमबीबीएस के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका में चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए निर्देश भाषा अंग्रेजी है। अमेरिका में स्वीकृत दवा की डिग्री एमसीआई, डब्ल्यूएचओ, ईसीएफएमजी और एमसीसी हैं। एमबीबीएस को पहले ही अमेरिका में नैदानिक ​​शिक्षा में एक बेंचमार्क के रूप में स्थापित किया जा चुका है

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