नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Mitra Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। मित्र शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- धन, जल, ज्ञान, वन, गृह, नगर, पुष्प, कमल, पत्र, आदि।
मित्र शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Mitra Shabd Roop in Sanskrit
मित्र शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | मित्रम् | मित्रे | मित्राणि |
द्वितीया | मित्रम् | मित्रे | मित्राणि |
तृतीया | मित्रेण | मित्राभ्याम् | मित्रैः |
चतुर्थी | मित्राय | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
पंचमी | मित्रात् | मित्राभ्याम् | मित्रेभ्यः |
षष्ठी | मित्रस्य | मित्रयोः | मित्राणाम् |
सप्तमी | मित्रे | मित्रयोः | मित्रेषु |
सम्बोधन | हे मित्र! | हे मित्रे! | हे मित्रे! |

आज के इस लेख में आपको मित्र शब्द के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास किया है अनेक शब्दों के शब्द रूप जाने के लिए नीचे दिए गए है। हमने अनेक शब्दों के शब्द रूपों को अच्छे से आपको समझाया है अगर आपको यह समझ में आया है तो कमेंट में जरूर बताएं। हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।