नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Muh Shabd Roop in Sanskritk ko लेकर प्रस्तुत हुए है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। मुह् (मुख, मुँह) शब्द हकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी हकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- लिह्, द्रुह्वि, श्ववाह् आदि।
मुह् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Muh Shabd Roop in Sanskrit
मुह् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | मुक् / मुग् / मुट् / मुड् | मुहौ | मुहः |
द्वितीया | मुहम् | मुहौ | मुहः |
तृतीया | मुहा | मुग्भ्याम् / मुड्भ्याम् | मुग्भिः / मुड्भिः |
चतुर्थी | मुहे | मुग्भ्याम् / मुड्भ्याम् | मुग्भ्यः / मुड्भ्यः |
पंचमी | मुहः | मुग्भ्याम् / मुड्भ्याम् | मुग्भ्यः / मुड्भ्यः |
षष्ठी | मुहः | मुहोः | मुहाम् |
सप्तमी | मुहि | मुहोः | मुक्षु / मुट्त्सु / मुट्सु |
सम्बोधन | हे मुक् / मुग् / मुट् / मुड्! | हे मुहौ! | हे मुहः! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से मुह् शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।