Sukh Shabd Roop in Sanskrit – सुख शब्द अकारांत नपुंसकलिंग संज्ञा शब्द है। सभी नपुंसकलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनायें जाते हैं, जैसे- भय (Fear, डर), भवन (महल), भाग्य, भोजन, मनोहर, मन्दिर, मित्र, मुख, मधुर, यन्त्र, युग, युद्ध, रत्न, वस्त्र, वाक्य, शरीर, सत्य ज्ञान, धन, जल, अन्न, हृदय, वन, कमल, कुल, कार्य, पद्य,फल, काल, कोमल, कौशल, क्षेत्र, ऋण, उपवन, नगर, गृह, खाद्य, चक्र, चित्र, चरित्र, छत्र, जन्म, जीवन, दुग्ध (दूध), दिन, द्वार, नगर, पत्र, पुष्प (फूल), पुस्तक, बल, आदि। सुख शब्द (सुखद, Happiness, आनंद, सुख, मज़ा, विहार, रस, अभिलाषा, Pleasure): सुख शब्द के अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द के शब्द रूप, सुख शब्द के अंत में ‘अ’ का प्रयोग हुआ इसलिए यह अकारान्त हैं। अतः Sukh Shabd के Shabd Roop की तरह सुख जैसे सभी अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों के शब्द रूप इसी प्रकार बनाते है। सुख शब्द के शब्द रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं तीनों वचन में शब्द रूप नीचे दिये गये हैं।
सुख शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Sukh Shabd Roop in Sanskrit
सुख शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | सुखम् | सुखे | सुखानि |
द्वितीया | सुखम् | सुखे | सुखानि |
तृतीया | सुखेन | सुखाभ्याम् | सुखैः |
चतुर्थी | सुखाय | सुखाभ्याम् | सुखेभ्यः |
पंचमी | सुखात् / सुखाद् | सुखाभ्याम् | सुखेभ्यः |
षष्ठी | सुखस्य | सुखयोः | सुखानाम् |
सप्तमी | सुखे | सुखयोः | सुखेषु |
सम्बोधन | हे सुख! | हे सुखे! | हे सुखानि! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से सुख शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।