मधुराष्टकम्: अधरं मधुरं वदनं मधुरं – Madhurashtakam Adhram Madhuram Vadnam Madhuram Lyrics In Hindi & English
Madhurashtakam Adhram Madhuram Vadnam Madhuram: यह रचना प्रभु के परमप्रिय भक्त महाप्रभु श्रीवल्लभाचार्य जी ने की थी जिसमे इन्होने श्रीकृष्ण के बालरूप को मधुरता से माधुरतम रूप का वर्णन किया गया है। जिसमे कान्हा के अंगो पर विराजमान गतिविधि एवं क्रिया-कलाप मधुर है, और उन पर वाणी में मधुरता और अंगो पर उपस्थित गहनों की …