नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Yad Striling Shabd Roop in Sanskrit का शब्द रूप लेकर प्रस्तुत हुए है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। यद् (जो) शब्द सर्वनाम संज्ञा शब्द है। इसके रूप तीनों लिंगों में होते हैं। यहाँ हम यद् शब्द के स्त्रीलिङ्ग में रूप दें रहें हैं। सर्व (सभी) नामों (संज्ञा-शब्दों) के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को ‘सर्वनाम-शब्द’ कहते हैं। संस्कृत-व्याकरण में प्रमुख सर्वनाम शब्दों हैं, जैसे- इतर, उभ, अस्मद्, उभय, एतद्, किम्, अदस्, अन्य, इदम्, कतिपय, यद्, युष्मद्, तद्, सर्व आदि।
यद् (जो) शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Yad Striling Shabd Roop in Sanskrit
यद् (जो) शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | या | ये | याः |
द्वितीया | याम् | ये | याः |
तृतीया | यया | याभ्याम् | याभिः |
चतुर्थी | यस्यै | याभ्याम् | याभ्यः |
पंचमी | यस्याः | याभ्याम् | याभ्यः |
षष्ठी | यस्याः | ययोः | यासाम् |
सप्तमी | यस्याम् | ययोः | यासु |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से यद् (जो) शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।