दोस्तों आज हमने Yashasvin Shabd Roop लिखे है। संस्कृत भाषा में वाक्य बनाने के लिए शब्दों के रूप बनाने पड़ते है अतः वाक्य के निर्माण के लिए एक शब्द के अनेक रूप होने आवश्यक है। Yashasvin Shabd Roop in Sanskrit व्याकरण में ज्यादातर इस्तेमाल या पूछा जाने वाला शब्द रूप हैं।आप किसी कक्षा जैसे कि 7, 8, 9 में पढ़ते हैं तो आपकों इन शब्द रूप को याद करना अति अनिवार्य हैं।यशस्विन् शब्द रूप काफी ज्यादा पूछा जाने वाला शब्द रूप हैं।किसी भी exam में, यदि संस्कृत subject हैं तो आपसे यशस्विन् शब्द रूप से जुड़े सवाल जरूर पूछे जाते हैं।
यशस्विन् (यशस्वी) शब्द नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- करिन्, गुणिन्, अर्यमन्, आत्मन्, ऋभुक्षिन्, अर्वन्, एकाकिन्, आदि।
यशस्विन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Yashasvin Shabd Roop in Sanskrit
यशस्विन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | यशस्वी | यशस्विनौ | यशस्विनः |
द्वितीया | यशस्विनम् | यशस्विनौ | यशस्विनः |
तृतीया | यशस्विना | यशस्विभ्याम् | यशस्विभिः |
चतुर्थी | यशस्विने | यशस्विभ्याम् | यशस्विभ्यः |
पंचमी | यशस्विनः | यशस्विभ्याम् | यशस्विभ्यः |
षष्ठी | यशस्विनः | यशस्विनोः | यशस्विनाम् |
सप्तमी | यशस्विनि | यशस्विनोः | यशस्विषु |
सम्बोधन | हे यशस्विन्! | हे यशस्विनौ! | हे यशस्विनः! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से यशस्विन् शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।