नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Atman Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। आत्मन् शब्द रूप संस्कृत व्याकरण में ज्यादातर इस्तेमाल या पूछे जाने वाला शब्द रूप हैं। आप किसी कक्षा जैसे कि 7, 8, 9 में पढ़ते हैं तो आपकों इन शब्द रूप को याद करना अति अनिवार्य हैं। आत्मन् (आत्मा, Soul) शब्द नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- अर्यमन्, ऋभुक्षिन्, अर्वन्, एकाकिन्, गुणिन्, करिन्, तपस्विन्, आदि।
आत्मन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Atman Shabd Roop in Sanskrit
आत्मन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | आत्मा | आत्मानौ | आत्मानः |
द्वितीया | आत्मानम् | आत्मानौ | आत्मनः |
तृतीया | आत्मना | आत्मभ्याम् | आत्मभिः |
चतुर्थी | आत्मने | आत्मभ्याम् | आत्मभ्यः |
पंचमी | आत्मनः | आत्मभ्याम् | आत्मभ्यः |
षष्ठी | आत्मनः | आत्मनोः | आत्मनाम् |
सप्तमी | आत्मनि | आत्मनोः | आत्मसु |
सम्बोधन | हे आत्मन्! | हे आत्मानौ! | हे आत्मानः! |
आज के इस लेख में आपको आत्मन् शब्द के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास किया है अनेक शब्दों के शब्द रूप जाने के लिए नीचे दिए गए है। हमने अनेक शब्दों के शब्द रूपों को अच्छे से आपको समझाया है अगर आपको यह समझ में आया है तो कमेंट में जरूर बताएं। हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।