नमस्कार दोस्तों, जब संस्कृत में पहली बार शब्द रूप पढ़ाया जाता है, तो सबसे पहले Bhoo Shabd Roop in Sanskrit पढ़ाया जाता है। परीक्षाओं में भी खास कर भू (भूमि, पृथ्वी, धरती) शब्द के ऊपर प्रश्न भी आता है। अगर आज आप ये शब्द रूप अच्छे से पढ़ेंगे, तो आपको परीक्षा में इस शब्द रूप के ऊपर कोई समस्या नहीं होगा। भू (भूमि, पृथ्वी, धरती) शब्द ऊकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है। सभी ऊकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- वधू (बहू), भ्रू (आँखों के ऊपर के बाल), श्वश्रू (सास) आदि।
भू शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Bhoo Shabd Roop in Sanskrit
भू शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | भू: | भुवौ | भुव: |
द्वितीया | भुवम् | भुवौ | भुव: |
तृतीया | भुवा | भूभ्याम् | भूभि: |
चतुर्थी | भुवै/भुवे | भूभ्याम् | भूभ्य: |
पंचमी | भुवा:/भुव: | भूभ्याम् | भूभ्य: |
षष्ठी | भुवा:/भुव: | भुवो: | भूनाम्/भुवाम् |
सप्तमी | भुवाम्/भुवि | भुवो: | भूषु |
सम्बोधन | हे भू:! | हे भुवौ! | हे भुव:! |
![Bhoo Shabd Roop in Sanskrit | भू शब्द रूप - ऊकारान्त स्त्रीलिंग 1 Bhoo Shabd Roop](https://www.gk-help.com/wp-content/uploads/2023/01/Bhoo-Shabd-Roop-in-Sanskrit-1024x576.jpg)
आशा करता हूँ की आपको इस लेख से भू शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।