नमस्कार दोस्तों, यहाँ पर आपको दा धातु के रूप संस्कृत में सिखने को मिलने वाला है। Da Dhatu Roop के बारे मे काफी छात्र सीखना चाहते है। और इंटरनेट पर भी इसके बारे मे जानकारी खोजते रहते है। इसलिए मेने इस लेख के माध्यम से आपको दा धातु रूप के बारे मे बता रहे है। दा धातु का अर्थ है ‘देना, to give’। यह जुहोत्यादिगण तथा उभयपदी धातु है। सभी उभयपदी जुहोत्यादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- हु, भी आदि। दा धातु के रूप संस्कृत में परस्मैपद एवं आत्मनेपद दोनों धातुओं में सभी पुरुष एवं वचनों में नीचे दिए गए हैं।
दा धातु के रूप (Dhatu Roop ) – परस्मैपद
1 . लट् लकार – वर्तमान काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
ददाति
दत्तः
ददति
मध्यम पुरुष
ददासि
दत्थः
दत्थ
उत्तम पुरुष
ददामि
दद्वः
दद्मः
Da Dhatu Roop
2. लृट् लकार – भविष्यत काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दास्यति
दास्यत:
दास्यन्ति
मध्यम पुरुष
दास्यसि
दास्यथ:
दास्यथ
उत्तम पुरुष
दास्यामि
दास्याव:
दास्याम:
Da Dhatu Roop
3. लङ् लकार – भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अददात्
अदत्ताम्
अददुः
मध्यम पुरुष
अददाः
अदत्तम्
अदत्त
उत्तम पुरुष
अददाम्
अदद्व
अदद्म
4. लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
ददातु
दत्ताम्
ददतु
मध्यम पुरुष
देहि
दत्तम्
दत्त
उत्तम पुरुष
ददानि
ददाव
ददाम
5. विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दद्यात्
दद्याताम्
दद्युः
मध्यम पुरुष
दद्याः
दद्यातम्
दद्यात
उत्तम पुरुष
दद्याम्
दद्याव
दद्याम
6. लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अदात्
अदाताम्
अदुः
मध्यम पुरुष
अदाः
अदातम्
अधुक्षत
उत्तम पुरुष
अदाम्
अदाव
अदाम
Da Dhatu Roop
7. लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
ददौ
ददतुः
ददुः
मध्यम पुरुष
ददिथ
ददथुः
दद
उत्तम पुरुष
ददौ
ददिव
ददिम
8. लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दाता
दातारौ
दातार:
मध्यम पुरुष
दातासि
दातास्थ:
दातास्थ
उत्तम पुरुष
दातास्मि
दातास्व:
दातास्म:
Da Dhatu Roop
9. आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
देयात्
देयास्ताम्
देयासुः
मध्यम पुरुष
देयाः
देयास्तम्
देयास्त
उत्तम पुरुष
देयासम्
देयास्व
देयास्म
Da Dhatu Roop
10. लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अदास्यत्
अदास्यताम्
अदास्यन्
मध्यम पुरुष
अदास्यः
अदास्यतम्
अदास्यत
उत्तम पुरुष
अदास्यम्
अदास्याव
अदास्याम
Da Dhatu Roop
दा धातु के रूप (Dhatu Roop) – आत्मनेपद
1 . लट् लकार – वर्तमान काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दत्ते
ददाते
ददते
मध्यम पुरुष
दत्से
ददाथे
दद्ध्वे
उत्तम पुरुष
ददे
दद्वहे
दद्महे
2. लृट् लकार – भविष्यत काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दास्यते
दास्येते
दास्यन्ते
मध्यम पुरुष
दास्यसे
दास्येथे
दास्यध्वे
उत्तम पुरुष
दास्ये
दास्यावहे
दास्यामहे
3. लङ् लकार – भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अदत्त
अददाताम्
अददत
मध्यम पुरुष
अदत्थाः
अददाथाम्
अदद्ध्वम्
उत्तम पुरुष
अददि
अदद्वहि
अदद्महि
4. लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दत्ताम्
ददाताम्
ददताम्
मध्यम पुरुष
दत्स्व
ददाथाम्
दद्ध्वम्
उत्तम पुरुष
ददै
ददावहै
ददामहै
5. विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
ददीत
ददीयाताम्
ददीरन्
मध्यम पुरुष
ददीथाः
ददीयाथाम्
ददीध्वम्
उत्तम पुरुष
ददीय
ददीवहि
ददीमहि
6. लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अदित
अदिषाताम्
अदिषत
मध्यम पुरुष
अदिथाः
अदिषाथाम्
अदिढ्वम्
उत्तम पुरुष
अदिषि
अदिष्वहि
अदिष्महि
7. लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
ददे
ददाते
ददिरे
मध्यम पुरुष
ददिषे
ददाथे
ददिध्वे
उत्तम पुरुष
ददे
ददिवहे
ददिमहे
8. लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दाता
दातारौ
दातार:
मध्यम पुरुष
दातासे
दातासाथे
दाताध्वे
उत्तम पुरुष
दाताहे
दातास्वहे
दातास्महे
9. आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
दासीष्ट
दासीयास्ताम्
दासीरन्
मध्यम पुरुष
दासीष्ठाः
दासीयास्थाम्
दासीध्वम्
उत्तम पुरुष
दासीय
दासीवहि
दासीमहि
10. लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अदास्यत
अदास्येताम्
अदास्यन्त
मध्यम पुरुष
अदास्यथाः
अदास्येथाम्
अदास्यध्वम्
उत्तम पुरुष
अदास्ये
अदास्यावहि
अदास्यामहि
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