नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Matra Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। मातृ (माता) शब्द रूप के बारे मे काफी छात्रा सीखना चाहते हे और इंटरनेट पर भी इसके बारे मे जानकारी खोजते रहते है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। मातृ (माता) शब्द ऋकारान्त स्त्रीलिङ्ग संज्ञा शब्द है। सभी ऋकारान्त स्त्रीलिङ्ग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- ननान्दृ (ननद), स्वसृ (बहन), दुहितृ (दुहिता, बेटी), यातृ (देवरानी) आदि।
मातृ (माता) शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Matra Shabd Roop in Sanskrit
मातृ (माता) शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | माता | मातरौ | मातरः |
द्वितीया | मातरम् | मातरौ | मातॄः |
तृतीया | मात्रा | मातृभ्याम् | मातृभिः |
चतुर्थी | मात्रे | मातृभ्याम् | मातृभ्यः |
पंचमी | मातुः | मातृभ्याम् | मातृभ्यः |
षष्ठी | मातुः | मात्रोः | मातॄणाम् |
सप्तमी | मातरि | मात्रोः | मातृषु |
सम्बोधन | हे मातः! | हे मातरौ! | हे मातरः! |
![Matra Shabd Roop in Sanskrit | मातृ (माता) शब्द रूप - ऋकारान्त स्त्रीलिङ्ग 1 Matra Shabd Roop](https://www.gk-help.com/wp-content/uploads/2023/01/Matra-Shabd-Roop-in-Sanskrit--1024x576.jpg)
आज के इस लेख में आपको मातृ (माता) शब्द के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास किया है अनेक शब्दों के शब्द रूप जाने के लिए नीचे दिए गए है। हमने अनेक शब्दों के शब्द रूपों को अच्छे से आपको समझाया है अगर आपको यह समझ में आया है तो कमेंट में जरूर बताएं। हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।