Nagari Shabd Roop in Sanskrit | नगरी शब्द रूप – ईकारान्त स्त्रीलिंग 

Join Our WhatsApp Channel Join Now
Join Our Telegram Channel Join Now

नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Nagari Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। अक्सर कक्षा 6,7,8,9,10 के विद्यार्थियों को Nagari Shabd Roop के बारे में पूछा जाता है। नगरी का शब्द रूप क्या होता है जैसा कि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि नगरी का शब्द रूप क्या होता है इसलिए जिन लोगों को नहीं पता वह लोग घबराए ना क्योंकि हम अपने इस पोस्ट में इसी के बारे में बताने वाले हैं किNagari Shabd Roop क्या होगा जिसे पढ़कर आप लोग आसानी से जान सकते हैं। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है।

नगरी शब्द ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है। सभी ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- गृहिणी, काली, गोपी, जगती, गौरी, जननी, देवी, तरी, धी, नटी, आदि। ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द :- वह संज्ञा शब्द जिनका लिंग स्त्रीलिंग हो तथा उनके उच्चारण के अंत में ‘ ई ‘ स्वर की ध्वनि निकले उसे ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द कहते हैं।

नगरी शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Nagari Shabd Roop in Sanskrit

नगरी शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमानगरीनगर्यौनगर्यः
द्वितीयानगरीम्नगर्यौनगरीः
तृतीयानगर्यानगरीभ्याम्नगरीभिः
चतुर्थीनगर्यैनगरीभ्याम्नगरीभ्यः
पंचमीनगर्याःनगरीभ्याम्नगरीभ्यः
षष्‍ठीनगर्याःनगर्योःनगरीणाम्
सप्‍तमीनगर्याम्नगर्योःनगरीषु
सम्बोधनहे नगरि!हे नगर्यौ!हे नगर्यः!
Nagari Shabd Roop
Nagari Shabd Roop

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से नगरी शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top