ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और नुकसान | Omega 3 Fatty Acid Benefits and Side Effects in Hindi

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दोस्तों Gk-help.com के Helth Tips के अंदर आपका स्वागत है। आज के इस Blogs में हम आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में सही, स्पष्ट्ट व सटीक जानकारी देंगे। कृपया ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े। यह ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) गर्भवती महिलाओ के गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क के विकास में बहुत ही अहम भूमिका निभाता है।

आप सभी को पता होगा कि हमे अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। हमारे शरीर में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होने पर हमारे शरीर की कार्यप्रणाली सही से कार्य करती है। अगर हमारे शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी होती है तो हमे कई प्रकार की शारीरिक समस्याओ को सामना करना पड़ता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड उन सभी पोषक तत्वों में से है जिसकी हमारे शरीर को बहुत ही आवश्यकता होती है। तो आइये दोस्तों इस लेख में माध्यम से हम आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) है, ओमेगा 3 के लाभ, ओमेगा 3 के नुकसान, ओमेगा 3 के प्राकृतिक स्त्रोत के बारे में विस्तृत से बताते है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे और नुकसान

ओमेगा-3 फैटी एसिड के प्राकृतिक स्रोत (Natural Source Of Omega-3 Fatty Acid)

मछली से भी अधिक मात्रा में इन सभी स्त्रोतों से प्राकृतिक तरिके से ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्त किया जा सकता है। ये सभी स्त्रोत इस प्रकार है:-

  1. अंडे (Fish):- मेडिकल रिसर्च के अनुसार अंडे से भी ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) को प्राकृतिक तरिके से प्राप्त किया जा सकता है। क्योकि अंडे में बहुत अधिक मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और विटामिन्स मौजूद होते है। इसलिए हमे अपने दैनिक आहार में अंडे को शामिल करना चाहिए।
  2. अलसी (Flaxseed):- आयुर्वेदिक चिकित्साः शोध के अनुसार अलसी (Flaxseed) के बीजो में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के साथ साथ कई प्रकार के पोषक तत्व, मेग्नेशियम और विटामिन्स पाए जाते है। अलसी के बीज को ओमेगा-3 फैटी एसिड का भी अच्छा स्रोत माना जाता हैं। इसलिए आप रोजाना एक चम्मच अलसी का सेवन कर सकते है।
  3. अखरोट (Walnut):- आयुर्वेद में अखरोट (Walnut) को ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का अच्छा स्त्रोत माना गया है। अखरोट (Walnut) से हमारे शरीर को बहुत सारे पोसक तत्व प्राप्त होते है। इसलिए हमे रोज अखरोट की एक कली का सेवन जरूर करना चाहिए। अखरोट (Walnut) के सेवन से हमारे शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की कमी दूर होती है।
  4. सोयाबीन (Soybean):- हमारे शरीर में ओमेगा-3 की कमी के लक्षण दिखाई देने पर सोयाबीन का सेवन करना चाहिए। क्योकि सोयाबीन (Soybean) में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के साथ साथ ओमेगा-6 भी पाया जाता है। इसके अलावा सोयाबीन (Soybean) में प्रोटीन, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटैशियम, फाइबर और विटामिन जैसे अनेक पोसक तत्व पाए जाते है। सोयाबीन (Soybean) का हम कई प्रकार से स्नैक और करी के रूप में सेवन कर सकते है।
  5. फूलगोभी (Cauliflower):- फूलगोभी (Cauliflower) से भी हमे ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) भी मिलता है। फूलगोभी (Cauliflower) को हम कच्चा और पकाकर भी सेवन कर सकते है। इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम और कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते है, जिनकी हमारे शरीर को सख्त आवश्कता होती है।
  6. मछली (Fish):- मेडिकल रिसर्च के अनुसार मछली (Fish) को ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का अच्छा स्त्रोत बताया गया है। मछलियों में सैल्मन नाम की मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। अगर आप मांसाहारी भोजन का सेवन करते हो तो आप अपने शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी को मछली के सेवन से पूरा कर सकते हो।
  7. राजमा (Beans):- राजमा (Beans) में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) पाया जाता है। राजमा (Beans) खाने में बहुत ही स्वादिस्ट होता है। हमे ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की कमी को पूरा करने के लिए अपनी डाइट में राजमा को जरूर शामिल करना चाहिए। राजमा (Beans) में DHA काफी मात्रा में मौजूद होता है।
  8. शैवाल (Algae):- शाकाहारी लोगो के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) प्राप्त करने के लिए यह बहुत अच्छा स्त्रोत है। शैवाल (Algae) में बहुत अधिक मात्रा में DHA भी पाया जाता है।
  9. हरी सब्जियां:- शाकाहारी लोगो के लिए हरी सब्जियों का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। क्योकि हरी सब्जियों में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) अधिक मात्रा में पाया जाता है। हरी सब्जियों में आप पालक, ब्रोकली, लोकी को शामिल कर सकते हो।
  10. चिया के बीज (chia seeds):- चिया के बीज एक बहुत ही गुणकारी औसधि है। चिया के बीज को ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का अच्छा स्त्रोत माना गया है। इसके सेवन से हमारे शरीर को कई प्रकार के पोसक तत्व प्राप्त होते है। और साथ ही हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
  11. कैनोला का तेल (Canola Oil):- ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) कैनोला के तेल (Canola Oil) में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह तेल हमारे शरीर में जमा एक्स्ट्रा खराब कोलेस्ट्रॉल को बहार निकाल देता है। कैनोला का तेल (Canola Oil) का सेवन करने से हार्ट अटैक और हार्ट ब्लॉकेज़ जैसी बीमारियों में काफी लाभदायक होता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) क्या है?

दोस्तों कई लोग ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) को हम संसिप्त रूप में ओमेगा 3 के नाम से भी जानते है। यह हमारे शरीर की कार्यप्रणाली के बहुत ही फायदेमंद होता है। पॉलियंसेचुरेटेड नाम का वसा ओमेगा 3 फैटी एसिड से प्राप्त किया जाता है। इससे हमारे शरीर को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे शरीर में नेचुरल तरिके से नहीं बन पता है। इसलिए हमे इसे प्राप्त करने के अपने आहार में राजमा, फूलगोभी (Cauliflower), चिया के बीज (chia seeds), कैनोला का तेल (Canola Oil), सोयाबीन (Soybean), अखरोट (Walnut), मछली (Fish) को शामिल करना चाहिए।

ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के 3 प्रकार होते है।

  • एएलए (अल्फालिनोलेनिक एसिड) ओमेगा:- यह हमें प्राकृतिक तरिके से हरी सब्जियों और शाकाहारी पौधों से मिलता है।
  • डीएचए (डोकोसाहेक्सानोइक एसिड) :- पशु खाद्य पदार्थों से अथार्थ हमे मांसाहार से मिलता है।
  • ईपीए (इकोसापैनटोइनिक एसिड):- यह भी पशु खाद्य पदार्थों से अथार्थ हमे मांसाहार (मछली) से मिलता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड के फायदे (Benefits of Omega 3 Fatty Acid in Hindi)

मेडिकल रिसर्च के अनुसार ओमेगा 3 फैटी एसिड हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी और फायदेमंद होता है। इसके सेवन से हमारा शरीर निरोगी रहता है। और साथ ही कई रोगो के संक्रमण से भी रक्षा करता है। तो आइये जानते है की ओमेगा 3 फैटी एसिड से होने वाले फायदे, जो इस प्रकार है:-

  1. अवसाद (Depression) और चिंता से छुटकारा:- आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई व्यक्ति असवाद, चिंता और उदासी जैसी मानसिक बबीमारियों का शिखार हो रहा है। असवाद, चिंता और उदासी जैसी मानसिक विकारो को दूर करने में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) बहुत ही कारगर साबित होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) में एंटीडिप्रेसेंट गुण पाए जाते हैं, जो कि अवसाद की स्थिति में आराम पहुंचाते है। चिकित्साः शोध के आधार पर यह कहा जा सकता है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) चिंता के लक्षण को भी दूर करने में कारगर साबित हो सकता है।
  2. आंखों के स्वास्थ्य में सुधार:- ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) हमारी आँखो की समस्याओं में भी बहुत फायदेमंद होता है। आँखो से संबंधित मेक्युलर डिजनेशन एक प्रकार का रोग है। इस रोग से निजात पाने के लिए हमे ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन करना चाहिए। अक्सर लोगो को बढ़ती हुई उम्र के कारण आँखो की रोशनी कम होने लगती है। और धुंधला भी दिखाई देने लगता है। अगर सिमित मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन किया जाये तो उम्र आधारित दृष्टि हानि (Age related vision loss) से बचा जा सकता है और इसके साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड ड्राई आई (शुष्क आंख) सिंड्रोम के जोखिम को भी कम करने में भी मदद करता है।
  3. हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए:- ह्रदय हमारे शरीर का बहुत महत्वपूर्ण अंग है। इसे स्वस्थ्य रखना बहुत जरूरी होता है। हमारे शरीर में गलत खान-पान के कारण एक्स्ट्रा वसा जमा हो जता है। जिसके कारण हमरी रक्त कोशिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन अवरुद्ध हो जाता है। जिसके कारण हार्ट ब्लॉकेज़ जैसी समस्या उतपन हो जाती है। इसलिए हमे ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन करना चाहिए। यह ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) शरीर में जमा अनवांटेड वसा को बाहर निकाल देता है। ओमेगा-3 के प्रयोग से ट्राइग्लिसराइड्स (रक्त में मौजूद एक तरह का फैट) को कम किया जा सकता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) ह्रदय की कार्यप्रणली में होने वाले जोखिमों से बचाव करता है।
  4. मेटाबॉलिक सिंड्रोम के लिए:- मेटाबॉलिक सिंड्रोम कई बीमारियों का सग्रह है। जिसमे ह्रदय रोग, डायबिटीज और कोरोनरी आर्टरी डिजीज, स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों को शामिल किया गया है। इन सभी बीमारियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड का लाभ देखा गया है। जो लोग ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करते है उन्हें ह्रदय रोग, डायबिटीज, स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। चिकित्साः शोध के अनुसार ओमेगा-3 फैटी एसिड इंसुलिन रेजिस्टेंस पाया जाता है जो की ब्लड शुगर को कम करता है। अतः यह कहा जा सकता है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) मेटाबॉलिक सिंड्रोम के खतरे को कम करता है।
  5. इन्फ्लेमेशन (सूजन) से राहत:- ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) सूजन के कारणों को कम करने ने बहुत ही फायदेमंद होता है। क्योकि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। ये एंटी इंफ्लेमेटरी गुण गटिया रोग से होने वाली सूजन को कम करने बहुत ही प्रभावी होते है।
  6. नींद में सुधार:- जिन लोगो को नींद कम आती है या फिर नहीं आती है उन लोगो के लिए ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) बहुत ही फायदेमंद होता है। क्योकि ओमेगा-3 फैटी एसिड के सुरक्षात्मक प्रभाव हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क का एक भाग) के एंटीऑक्सीडेंट इफेक्ट्स में सुधार कर क्रोनिक स्लीप डेप्रिवेशन में सुधार करता है।
  7. मानसिक विकार और अल्जाइमर रोग से राहत:- ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) मानसिक विकार जैसे सोचने और समझने की समता में सुधार करता है। इसके साथ ही यह अल्जाइमर रोग से राहत (याददाश्त की कमी होना, निर्णय न ले पाना, बोलने में दिक्कत आना) पहुचाने का काम करता है।
  8. कैंसर रोकने में असरकारक:- कैंसर एक बहुत ही घातक बीमारी होती है। जो लोग ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) जैसे मछली, अंडे, का सेवन करते है। उन लोगो में कैंसर होने का खतरा ना के बराबर होता है। मछली और अंडे में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए कहा जाता है की जो लोग ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की सही मात्रा का सेवन करते है। उनमें कोलोन कैंसर होने की संभावना  55% कम हो जाती है।जिन महिलाओ में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की कमी हो जाती है उन महिलाओ में स्तन एवं प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है लेकिन ओमेगा 3 फैटी एसिड के सेवन से  महिलाओ में स्तन एवं प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को भी कम किया जा सकता है।
  9. ओमेगा 3 फैटी एसिड से अस्थमा की रोकथाम:- दोस्तों अस्थमा फेफड़ो से जुडी एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। फेफड़ो में इन्फेक्सशन फैलने से और सूजन के कारण अस्थमा रोग हो जाता है। अस्थमा रोग छोटे बच्चो में सर्दी, जुखाम और खासी के कारण होता है। अगर ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सिमित मात्रा में सेवन किया जाये तो अस्थमा रोग होने का खतरा 90% तक कम हो जाता है। क्योकि ओमेगा 3 में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है।
  10. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)  को कम करना:- जो लोग उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीड़ित है। उन लोगो को ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योकि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। यह हमारे में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) के लेवल को बढ़ाने का काम करता है। और साथ ही रक्त के थक्के जमने नहीं देता है।
  11. त्वचा के लिए लाभकारी:- ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का लाभ हमारी त्वचा पर देखा जा सकता है। ओमेगा 3 अल्ट्रा वायलेट किरणों के कारण होने वाली सूजन को कम करने के साथ साथ यह हाइपरपिग्मेंटेशन की समस्या में भी सुधार भी करता है। ओमेगा 3 हमारी रूखी त्वचा को भी टिक करता है और त्वचा पर हो रही खुजली, जलन में भी मदद करता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड के नुकसान (Side Effects of Omega 3 Fatty Acid in Hindi)

दोस्तों ऐसा नहीं होता है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन करने वाले व्यक्तियों को हमेसा लाभ ही मिलता है। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के नुकसान भी होते है। तो आइये जानते है नुकसान जो इस प्रकार है:-

  • जो व्यक्ति BP से संबंधित किसी भी प्रकार की दवा का सेवन कर रहे है। उन्हें ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन करते समय सावधानी बर्तनी चाहिए या किसी भी डॉक्टर की सलाह से ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का सेवन करना चाहिए। अन्यथा आपका BP और भी लॉ हो सकता है।
  • मछली के आयल में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) की बहुत अधिक मात्रा होती है। और मछली के आयल से बने खाद्य पदार्थो का सेवन करने से ब्लड शुगर बढ़ जाता है। अगर कई व्यक्ति डायबिटीज रोग से पीड़ित है और डायबिटीज से संबंधित किसी भी प्रकार की दवा का सेवन कर रहे है तो ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
  • ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का लगातार सेवन करने से आपके मुँह का स्वाद भी बिगड़ सकता है।
  • ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का लगातार सेवन करने से आपको उलटी, पुरे दिन भर मितली या फिर जी मचलाना जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का लगातार सेवन करने से आपको दस्त, बार-बार डकार आना, सीने में जलन, पेट में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है।
  • ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) के सेवन से ब्लड फ्लो होने का खतरा रहता है। क्योकि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) हमारे शरीर में रक्त को पतला करने की सम्भावनाये बढ़ा देता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) कब करें सेवन

  • आप सुबह या शाम को ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन कर सकते हो।
  • दोपहर या रात के खाने में ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) युक्त मछली या तेल का इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद होता है।

ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का कितनी मात्रा में सेवन करे?

यह कह पाना कठिन होगा कि ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) का कितनी मात्रा में सेवन किया जाये। क्योकि प्रत्यके व्यक्ति की शारीरिक समता अलग अलग होती है। लेकिन मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार ओमेगा 3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid) निम्न मात्राएँ बताई गई है जो इस प्रकार है:-

क्रमव्यक्तिमात्रा
1.बच्चे (1 से 3 साल तक)  0.7 g
2.बच्चे (4 से 8 साल तक)0.9 g
3.लड़के  (9 से 13 साल तक)1.2 g
4.लड़कियां (9 से 13 साल तक)1.0 g
5.युवक (14 से 18 साल तक)1.6 g
6.युवतियां (14 से 18 साल तक)1.1 g
7.पुरुष (19 से 50 साल तक)1.6 g
8.महिलाएं (19 से 50 साल तक)1.1 g
9.पुरुष (50 साल से अधिक)1.6 g
10.महिलाएं (50 साल से अधिक)1.1 g
11.गर्भवती महिलाएं1.4 g
12.स्तनपान कराने वाली महिलाएं1.3 g
13.बच्चे (1 से 3 साल तक)0.7 g

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

ओमेगा 3 कैप्सूल कितने दिन तक खाना चाहिए?

यह कहना बहुत कठिन होगा, क्योकि प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार ओमेगा 3 कैप्सूल की मात्रा अलग अलग हो सकती है। ओमेगा 3 के सेवन से पहले किसी डॉक्टर्स से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

ओमेगा 3 का सेवन करने से पुरुषों में क्या फायदा होता है?

ओमेगा 3 का सेवन करने से पुरुषों की यौन स्वास्थ्य, हृदय स्वास्थ्य और शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार होता है। और साथ ही असवाद और चिंता से जैसी समस्याओ में लाभ मिलता है।

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