Vaach/Vak Shabd Roop in Sanskrit | वाच्/वाक् (वाणी) शब्द रूप – चकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग 

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नमस्कार दोस्तों, जब संस्कृत में पहली बार शब्द रूप पढ़ाया जाता है, तो सबसे पहले Vaach/Vak Shabd Roop in Sanskrit पढ़ाया जाता है। परीक्षाओं में भी खास कर वाच्/वाक् शब्द  के ऊपर प्रश्न भी आता है। अगर आज आप ये शब्द रूप अच्छे से पढ़ेंगे, तो आपको परीक्षा में इस शब्द रूप के ऊपर कोई समस्या नहीं होगी। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। वाच्/वाक् (वाणी) शब्द चकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग संज्ञा शब्द है। सभी चकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं। 

वाच्/वाक् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Vaach/Vak Shabd Roop in Sanskrit

वाच्/वाक् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमावाक् / वाग्वाचौवाचः
द्वितीयावाचम्वाचौवाचः
तृतीयावाचावाग्भ्याम्वाग्भिः
चतुर्थीवाचेवाग्भ्याम्वाग्भ्यः
पंचमीवाचःवाग्भ्याम्वाग्भ्यः
षष्‍ठीवाचःवाचोःवाचाम्
सप्‍तमीवाचिवाचोःवाक्षु
सम्बोधनहे वाक् / वाग्!हे वाचौ!हे वाचः!
Vaach/Vak Shabd Roop
Vaach/Vak Shabd Roop

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से वाच्/वाक् शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।

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