नमस्कार दोस्तों, हम यहाँ पर आपके लिए संस्कृत शब्द रूप से बने Dhanin Shabd Roop in Sanskrit को लेकर प्रस्तुत हुए है। अक्सर कक्षा 6,7,8,9,10 के विद्यार्थियों को धनिन् शब्द रूप के बारे में पूछा जाता है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। धनिन् (धनी) शब्द नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी नकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- गुणिन्, अर्यमन्, ऋभुक्षिन्, अर्वन्, आत्मन्, करिन्, दण्डिन्, एकाकिन्, तपस्विन्, आदि।
धनिन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Dhanin Shabd Roop in Sanskrit
धनिन् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | धनी | धनिनौ | धनिनः |
द्वितीया | धनिनम् | धनिनौ | धनिनः |
तृतीया | धनिना | धनिभ्याम् | धनिभिः |
चतुर्थी | धनिने | धनिभ्याम् | धनिभ्यः |
पंचमी | धनिनः | धनिभ्याम् | धनिभ्यः |
षष्ठी | धनिनः | धनिनोः | धनिनाम् |
सप्तमी | धनिनि | धनिनोः | धनिषु |
सम्बोधन | हे धनिन्! | हे धनिनौ! | हे धनिनः! |
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आशा करता हूँ की आपको इस लेख से धनिन् शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।