Keyboard Ka Avishkar kisne kiya: keyboard क्या होता है? की-बोर्ड का आविष्कार किसने और कब किया?

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हेलो दोस्तों” चलिए आज बात करते है keyboard के बारे जो कंप्यूटर में एक इनपुट डिवाइस है।कंप्यूटर में की-बोर्ड उपयोग बखूबी महत्व रखता है जो कंप्यूटर को कमांड देने के काम और बहुत से महत्पूर्ण कार्य करने के काम आता है लेकिन क्या आप जानते की कंप्यूटर का अविष्कार किसने और कब किया।

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कीबोर्ड क्या होता है? की-बोर्ड का आविष्कार किसने और कब किया?

कीबोर्ड का आविष्कार क्रिस्टोफर लैथम शोलेज (Christopher Lathom Sholes) ने किया जो Father of the typewriter और QWERTY keyboard ’ के जनक के नाम से भी जाना जाता है।
क्रिस्टोफर लैथम शोलेज के टाइपराइटर बटन ABCD के Sequence होने के कारण इसका यूज़ बहुत ही कठिन होता था और इस तरह टाइपराइटर में बहुत से गलतिया हो जाया करती थी जैसे टाइपिंग स्पीड बहुत कम रहना, और स्पेस बटन नहीं होन बटन दबाने में दिक्कत होना।

कीबोर्ड का आविष्कारक्रिस्टोफर लैथम शोलेज (14 फ़रवरी, 1819 से 17 फ़रवरी, 1890)

Keyboard FULL FORM:-

K – Keys
E – Electronic
Y – Yet
B – Board
O – Operating
A – A To Z
R – Response
D – Directly

की-बोर्ड से पहले टाइपराइटर उपयोग होता था  जिसमे Space और बैकस्पेस बटन नहीं होने के कारण आप इनकी समस्या का अंदाजा लगा सकते है।

इसमें बहुत से कमियों का के कारण इसका उपयोग आसान नहीं था।

क्रिस्टोफर इन कमियों को दूर कर एक सरल और शुलभ करना चाहते थे उन्होंने की-बोर्ड नए कीबोर्ड को QWERTY Keyboard कहा गया क्योकि इसका नवीनतम Sequence QWERTY पर आधारित है।

सन 1868 में पहला व्यावहारिक टाइपराइटर “क्रिश्टोफर शोल्स” के दवारा विकसित किया गया था। कुछ लोगो या विशेषज्ञ ने इस पर बहुत से शोध किये लेकिन क्रिश्टोफर शोल्स को ही इसका जनक माना जाता है। बाद में क्रिश्टोफर शोल्स द्वारा बनाया गया टाइपराइटर को ही पहला टाइपराइटर माना जाता है।

कीबोर्ड का उपयोग करने को टाइपिंग कहा जाता है। एक कंप्यूटर में कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है जो किसी व्यक्ति या ऑपरेटर को कीबोर्ड में अक्षरों, संख्याओं और अन्य प्रतीकों दर्ज करने की अनुमति देता है। यह कंप्यूटर के लिए सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले इनपुट उपकरणों में से एक है।

कीबोर्ड के प्रकार (Types OF Keyboard)

आइए जानें कि दुनिया में कितने प्रकार के प्रमुख कीबोर्ड उपलब्ध हैं।

वायर्ड कीबोर्ड

वायर्ड कीबोर्ड सबसे अधिक उपयोग में आने वाले कीबोर्ड में से एक है। पहले के कीबोर्ड में PS/2 पोर्ट केबल होती थी बाद में USB केबल कीबोर्ड ने PS/2 केबल कीबोर्ड की जगह ले ली यह सस्ते होने के साथ सबसे अधिक टिकाऊ और इसमें कोई अलग खर्च करने के आवश्यकता नहीं होती है। यही करने है के इनका उपयोग व्यापक रूप से है।

वायरलेस कीबोर्ड या बिना वायर का Keyboard

जैसा की नाम से ही पता चल रहा वायरलेस जिसमे कोई भी कनेक्शन तार का उपयोग नहीं किया जाता है क्योंकि वायरलेस कीबोर्ड ब्लूटूथ या Wi-Fi कनेक्शन के उपयोग से कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाता है। ये कीबोर्ड अपेक्षाकृत महंगे और परिष्कृत होते हैं। वायरलेस कीबोर्ड की लाइफ भी कम होती है। इनको कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए यूएसबी रिसीवर आता है, जो कमांड भेजने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी संचार का उपयोग करता है यूएसबी रिसीवर कंप्यूटर और कीबोर्ड के बीच माध्यम का काम करता है

एर्गोनोमिक कीबोर्ड

इस प्रकार के कीबोर्ड आकार में थोड़े भिन्न होते हैं चाबियाँ एक दूसरे के समानांतर नहीं हैं और इस तरह से संरेखित हैं कि उपयोगकर्ता के लिए दक्षता बढ़ाने के लिए यह अधिक आरामदायक हो जाता है। नवीन प्रणाली होने के कारण उपयोगकर्ता ऐसे कीबोर्ड का उपयोग करके बहुत तेजी से टाइप कर सकता है। इस तरह के कीबोर्ड टाइपिंग के दौरान हाथ के दर्द को भी कम करते हैं। इस प्रकार के कीबोर्ड में सामान्य कीबोर्ड से कुंजिया अलग प्रकार के होती है यह कीबोर्ड ख़ास तौर से गेमिंग या किसी विशेष कार्यो के लिए उपयोगी होते है। इस प्रकार के कीबोर्ड को मल्टीमीडिया कीबोर्ड भी कहा जाता है।

नरम और लचीला कीबोर्ड

ये की-बोर्ड रबर की पतली शीट से बने होते हैं और उपयोग में नरम और लचीले होते हैं। इनको समेटेकर अपनी पॉकेट में भी आसानी से रखा जा सकते है। लचीले की-बोर्ड को किसी भी ऑब्जेक्ट पर कवर किया जा सकता है क्योंकि डिवाइस के संपर्क में आने पर इन्हें कोई नुकसान नहीं होता है। ऐसे कीबोर्ड दक्षता को कम कर सकते हैं क्योंकि सटीकता एक चुनौती है।

Virtual Keyboard

हम कप्यूटर में और मोबाइल, टैबलट में जो कीबोर्ड यूज़ करते है उसको वो virtual कीबोर्ड कह सकते है।

यदि कोई भोतिक कीबोर्ड किसी प्रकार से खराब हो जाते है तो वर्चुअल कीबोर्ड को टच स्क्रीन या माउस के सहायता से इसका संचालन करे सकते है।

Virtual Keyboard टाइपिंग के लिए Software या Application की आवश्यकता होती है

Projection Keyboard

यह कीबोर्ड नवीनतम प्रणाली पर आधारित है इसके लिए समतल धरातल की आवश्यकता होती है यह एक छोटी मशीन होती जो लेसर के दवारा keys प्रदान करता है। इसके लिए समतल या सतह पर key क्लिक करते है। इसके बाद वो अक्षर अपने कंप्यूटर (PC) या लैपटॉप में टाइप हो जाता है। इसे हम Projection Keyboard या Laser Keyboard कहते है।

Gaming Keyboard

गेमिंग कीबोर्ड को इस प्रकार से डिजाइन किया जाता है के वे लंबे समय तक उपयोग में रहे। और इनको Ergonomic Keyboard की तरह ही डिज़ाइन किया जाता है। Gaming कीबोर्ड में लाइट लगी रहती है जो रात में Game खेलने में आसानी प्रदान करता है इन कीबोर्ड्स में सामान्य से कम Keys होती है गेमिंग के लिए मुख्य रूप से WASD और इन Keys के आस-पास की Keys,Esc,Space और अन्य गेमिंग Keys का ही अधिकतर उपयोग होता है।

Mechanical keyboard

ये सामान्य क्वीबोर्ड से महगें ओर अच्छे होते हैMechanical Keyboard में हर Keys एक Switch के रूप में होती है इस प्रकार के कीबोर्ड के कुंजी(Keys) में नीचे स्प्रिंग और प्लंजर लगे होते है। जो कीबोर्ड टाइपिंग में फ़ास्ट बनाते है। और उपयोगकर्ता कीबोर्ड का उपयोग सरलता से करता है।

Membrane Keyboard

इस प्रकार के कीबोर्ड में टाइपिंग करना थोड़े मुश्किल होता है क्योकि Membrane Keyboard में keys के मध्य बहुत अधिक जगह या keys दूर दूर होती है इसलिए इसमें तेज टाइपिंग करते वक्त इनमे त्रुटि रहने की सम्भावना अधिक रहती है।

Multimedia Keyboard

मल्टीपल कीबोर्ड में सामान्य से अधिक keys दी गयी है। जैसे- इंटरनेट, म्यूजिक वॉल्यूम, ईमेल जैसे अन्य बटन उपलब्ध होते है। यह सामान्य कीबोर्ड के तरह होते है

कीबोर्ड फुल फॉर्म/ Keyboard FULL FORM

कीबोर्ड का कोई पूर्ण या फुल फॉर्म नहीं है, हालांकि अलग-अलग लोगों ने इस शब्द को अलग-अलग अर्थों के साथ एक संक्षिप्त नाम दिया है।
Keyboard FULL FORM:-
K – Keys
E – Electronic
Y – Yet
B – Board
O – Operating
A – A To Z
R – Response
D – Directly

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