दोस्तों, आज हम इस लेख में बात करेंगे Tari Shabd Roop in Sanskrit की। संस्कृत भाषा में वाक्य बनाने के लिए शब्दों के रूप बनाने पड़ते है अतः वाक्य के निर्माण के लिए एक शब्द के अनेक रूप होने आवश्यक है। तरी का शब्द रूप क्या होता है जैसा कि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि तरी का शब्द रूप क्या होता है इसलिए जिन लोगों को नहीं पता वह लोग घबराए ना क्योंकि हम अपने इस पोस्ट में इसी के बारे में बताने वाले हैं कि तरी का शब्द रूप क्या होगा जिसे पढ़कर आप लोग आसानी से जान सकते हैं।
तरी शब्द ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है। सभी ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- गृहिणी, जगती, जननी, धी, काली, नगरी, नटी, गोपी, गौरी, देवी, नदी, नारी, धात्री, पत्नी, आदि।
तरी शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Tari Shabd Roop in Sanskrit
तरी शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | तरी | तर्यौ | तर्यः |
द्वितीया | तरीम् | तर्यौ | तरीः |
तृतीया | तर्या | तरीभ्याम् | तरीभिः |
चतुर्थी | तर्यै | तरीभ्याम् | तरीभ्यः |
पंचमी | तर्याः | तरीभ्याम् | तरीभ्यः |
षष्ठी | तर्याः | तर्योः | तरीणाम् |
सप्तमी | तर्याम् | तर्योः | तरीषु |
सम्बोधन | हे तरि! | हे तर्यौ! | हे तर्यः! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से तरी शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।