Vayu Shabd Roop in Sanskrit | वायु शब्द रूप – उकारान्त पुल्लिंग 

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नमस्कार दोस्तों, आप सभी जिज्ञासुओं के मन में अवश्य होता है, की शब्द रूप की शृंखला में आज वायु शब्द रूप Vayu Shabd Roop प्रस्तुत कर रहे हैं। वायु शब्द बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। संस्कृत भाषा में वाक्य का निर्माण करने के लिए शब्द के रूप बनते है। वाक्य के लिए एक शब्द के कई रूप हो सकते है। वायु शब्द उकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द है। सभी उकारान्त पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- इक्षु, अणु, इन्दु, गुरु, ऋतु, जन्तु, तरु, तन्तु, आदि। 

वायु शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Vayu Shabd Roop in Sanskrit

वायु शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमावायुःवायूवायवः
द्वितीयावायुम्वायूवायून्
तृतीयावायुनावायुभ्याम्वायुभिः
चतुर्थीवायवेवायुभ्याम्वायुभ्यः
पंचमीवायोःवायुभ्याम्वायुभ्यः
षष्‍ठीवायोःवाय्वोःवायूनाम्
सप्‍तमीवायौवाय्वोःवायुषु
सम्बोधनहे वायो!हे वायू!हे वायवः !
Vayu Shabd Roop in Sanskrit
Vayu Shabd Roop in Sanskrit

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से वायु शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।

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