आज इस लेख में जानेंगे की Vishvavah Shabd Roop in Sanskrit रूप क्या होता है। हकारान्त पुल्लिङ्ग् सब वाक्यों की शुद्धता के लिए बहुत जरुरी है तथा यह हर भाषा का मुख्य अंग है बिना इसके आप एक शुद्ध वाक्य का निर्माण नही कर सकते हैं। इसीलिए बच्चो को बचपन से ही स्कूल में हकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्द और पुल्लिङ्ग् शब्द पढ़ाए जाते हैं। हर किसी को उनका बोध होना चाहिए ताकि वो कुछ बोलते या लिखते समय त्रुटी करने से बच सकें और शुद्ध वाक्य लिख सकें साथ ही अगर कोई विद्यार्थी है तो परीक्षा में इससे सम्बन्धित प्रश्नों का आसानी से उत्तर दे सके। आज के इस लेख में आप जानेगे की विश्ववाह् शब्द का पुल्लिङ्ग् क्या है? विश्ववाह् (संसार को चलाने वाला) शब्द हकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी हकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- मुह्, द्रुह्, लिह् आदि।
विश्ववाह् शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Vishvavah Shabd Roop in Sanskrit
विश्ववाह् शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | विश्ववाट् / विश्ववाड् | विश्ववाहौ | विश्ववाहः |
द्वितीया | विश्ववाहम् | विश्ववाहौ | विश्वौहः |
तृतीया | विश्वौहा | विश्ववाड्भ्याम् | विश्ववाड्भिः |
चतुर्थी | विश्वौहे | विश्ववाड्भ्याम् | विश्ववाड्भ्यः |
पंचमी | विश्वौहः | विश्ववाड्भ्याम् | विश्ववाड्भ्यः |
षष्ठी | विश्वौहः | विश्वौहोः | विश्वौहाम् |
सप्तमी | विश्वौहि | विश्वौहोः | विश्ववाट्त्सु / विश्ववाट्सु |
सम्बोधन | हे विश्ववाट् / विश्ववाड्! | हे विश्ववाहौ! | हे विश्ववाहः! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से विश्ववाह् शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।