दोस्तों आज हम आपको Jagti Shabd Roop in Sanskrit के बारे में लेख लिखा है। अक्सर कक्षा 6, से ,10 के विद्यार्थियों को जगती शब्द रूप के बारे में पूछा जाता है। इस लेख में हमने जगती शब्द रूप, जगती शब्द के रूप सातों विभक्ति में विस्तार से जानकारी दे रहे है। Jagti Shabd Roop – जगती शब्द ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द है। सभी ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं। उदाहरण :- गृहिणी, गोपी, धात्री, धी, नटी, काली, गौरी, तरी, जननी, देवी, नगरी, आदि।
ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द :- वह संज्ञा शब्द जिनका लिंग स्त्रीलिंग हो तथा उनके उच्चारण के अंत में ‘ ई ‘ स्वर की ध्वनि निकले उसे ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द कहते हैं।
जगती शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Jagti Shabd Roop in Sanskrit
जगती शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | जगती | जगत्यौ | जगत्यः |
द्वितीया | जगतीम् | जगत्यौ | जगतीः |
तृतीया | जगत्या | जगतीभ्याम् | जगतीभिः |
चतुर्थी | जगत्यै | जगतीभ्याम् | जगतीभ्यः |
पंचमी | जगत्याः | जगतीभ्याम् | जगतीभ्यः |
षष्ठी | जगत्याः | जगत्योः | जगतीनाम् |
सप्तमी | जगत्याम् | जगत्योः | जगतीषु |
सम्बोधन | हे जगति! | हे जगत्यौ! | हे जगत्यः! |

आशा करता हूँ की आपको इस लेख से जगती शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।