नमस्कार दोस्तों, आज आपको इस लेख से Pach Dhatu Roop in Sanskrit भाषा मे आपको सिखने को मिलने वाला है। Pach Dhatu Roop के बारे मे काफी छात्र सीखना चाहते है। और इंटरनेट पर भी इसके बारे मे जानकारी खोजते रहते है। इसलिए मेने इस लेख के माध्यम से आपको पच् धातु रूप के बारे मे बता रहे है। पच् धातु का अर्थ है ‘पकाना, to cook’। यह भ्वादिगण तथा उभयपदी धातु है। सभी उभयपदी भ्वादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- अर्च्, भू-भव्, अस्, गुह्, गम्, आदि।
धातु भी दो प्रकार की होती है।
परस्मैपद
आत्मनेपद
पच् धातु के रूप (Pach Dhatu Roop) – परस्मैपद
1 . लट् लकार – वर्तमान काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचति
पचतः
पचन्ति
मध्यम पुरुष
पचसि
पचथः
पचथ
उत्तम पुरुष
पचामि
पचावः
पचामः
Pach Dhatu Roop
2. लृट् लकार – भविष्यत काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पक्ष्यति
पक्ष्यत:
पक्ष्यन्ति
मध्यम पुरुष
पक्ष्यसि
पक्ष्यथ:
पक्ष्यथ
उत्तम पुरुष
पक्ष्यामि
पक्ष्याव:
पक्ष्याम:
3. लङ् लकार – भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपचत्
अपचताम्
अपचन्
मध्यम पुरुष
अपचः
अपचतम्
अपचत
उत्तम पुरुष
अपचम्
अपचाव
अपचाम
4. लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचतु
पचताम्
पचन्तु
मध्यम पुरुष
पच
पचतम्
पचत
उत्तम पुरुष
पचानि
पचाव
पचाम
5. विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचेत्
पचेताम्
पचेयुः
मध्यम पुरुष
पचेः
पचेतम्
पचेत
उत्तम पुरुष
पचेयम्
पचेव
पचेम
6. लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपाक्षीत्
अपाक्ताम्
अपाक्षुः
मध्यम पुरुष
अपाक्षीः
अपाक्तम्
अपाक्त
उत्तम पुरुष
अपाक्षम्
अपाक्ष्व
अपाक्ष्म
7. लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पपाच
पेचतुः
पेचुः
मध्यम पुरुष
पेचिथ
पेचथुः
पेच
उत्तम पुरुष
पपच
पेचिव
पेचिम
Pach Dhatu Roop
8. लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पक्ता
पक्तारौ
पक्तार:
मध्यम पुरुष
पक्तासि
पक्तास्थ:
पक्तास्थ
उत्तम पुरुष
पक्तास्मि
पक्तास्व:
पक्तास्म:
9. आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पच्यात्
पच्यास्ताम्
पच्यासुः
मध्यम पुरुष
पच्याः
पच्यास्तम्
पच्यास्त
उत्तम पुरुष
पच्यासम्
पच्यास्व
पच्यास्म
10. लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपक्ष्यत्
अपक्ष्यताम्
अपक्ष्यन्
मध्यम पुरुष
अपक्ष्यः
अपक्ष्यतम्
अपक्ष्यत
उत्तम पुरुष
अपक्ष्यम्
अपक्ष्याव
अपक्ष्याम
पच् धातु के रूप (Pach Dhatu Roop) – आत्मनेपद
1 . लट् लकार – वर्तमान काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचते
पचेते
पचन्ते
मध्यम पुरुष
पचसे
पचेथे
पचध्वे
उत्तम पुरुष
पचे
पचावहे
पचामहे
Pach Dhatu Roop
2. लृट् लकार – भविष्यत काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पक्ष्यते
पक्ष्येते
पक्ष्यन्ते
मध्यम पुरुष
पक्ष्यसे
पक्ष्येथे
पक्ष्यध्वे
उत्तम पुरुष
पक्ष्ये
पक्ष्यावहे
पक्ष्यामहे
3. लङ् लकार – भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपचत
अपचेताम्
अपचन्त
मध्यम पुरुष
अपचथाः
अपचेथाम्
अपचध्वम्
उत्तम पुरुष
अपचे
अपचावहि
अपचामहि
4. लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचताम्
पचेताम्
पचन्ताम्
मध्यम पुरुष
पचस्व
पचेथाम्
पचध्वम्
उत्तम पुरुष
पचै
पचावहै
पचामहै
Pach Dhatu Roop
5. विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पचेत
पचेयाताम्
पचेरन्
मध्यम पुरुष
पचेथाः
पचेयाथाम्
पचेध्वम्
उत्तम पुरुष
पचेय
पचेवहि
पचेमहि
6. लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपक्त
अपक्षाताम्
अपक्षत
मध्यम पुरुष
अपक्थाः
अपक्षाथाम्
अपग्ध्वम्
उत्तम पुरुष
अपक्षि
अपक्ष्वहि
अपक्ष्महि
7. लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पेचे
पेचाते
पेचिरे
मध्यम पुरुष
पेचिषे
पेचाथे
पेचिध्वे
उत्तम पुरुष
पेचे
पेचिवहे
पेचिमहे
8. लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पक्ता
पक्तारौ
पक्तार:
मध्यम पुरुष
पक्तासे
पक्तासाथे
पक्ताध्वे
उत्तम पुरुष
पक्ताहे
पक्तास्वहे
पक्तास्महे
9. आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
पक्षीष्ट
पक्षीयास्ताम्
पक्षीरन्
मध्यम पुरुष
पक्षीष्ठाः
पक्षीयास्थाम्
पक्षीध्वम्
उत्तम पुरुष
पक्षीय
पक्षीवहि
पक्षीमहि
10. लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल
पुरुष
एकवचन
द्विवचन
बहुवचन
प्रथम पुरुष
अपक्ष्यत
अपक्ष्येताम्
अपक्ष्यन्त
मध्यम पुरुष
अपक्ष्यथाः
अपक्ष्येथाम्
अपक्ष्यध्वम्
उत्तम पुरुष
अपक्ष्ये
अपक्ष्यावहि
अपक्ष्यामहि
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