Shanti Mantra In Hindi & English -शांति मंत्र और शांति मंत्र का हिंदी अर्थ

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यहाँ हिंदी में शांति मंत्र का उल्लेख कर रहे है, इस आर्टिकल में आपको Shanti Mantra, Peace Mantra हिंदी और English में दिया जा रहा है और उम्मीद करता हूँ कि यह शांति पाठ आपके लिए जरूर साबित होगा | शांति पाठ मंत्र का उच्चारण करने से शरीर में उर्जा उत्पन्न होती है तथा शरीर के अंग सुव्यवस्थित तरीके से काम करते हैं। और Shanti Mantra मंत्र के माध्यम से कुल मिलाकर जगत के समस्त जीवों, वनस्पतियों और प्रकृति में शांति बनी रहे इसकी प्रार्थना की गई है। आमतौर पर धार्मिक पूजाओं, अनुष्ठानों और प्रवचनों के अंत में यजुर्वेद के इस वैदिक शांति पाठ मंत्र का प्रयोग किया जाता है।

Shanti Mantra

Shanti Mantra In Hindi

ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:,
पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति: ।
 
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
सर्वँ शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥

Shanti Mantra Meaning in Hindi
||

शान्ति: कीजिये, प्रभु त्रिभुवन में, जल में, थल में और गगन में,
अन्तरिक्ष में, अग्नि पवन में, औषधि, वनस्पति, वन, उपवन में,
सकल विश्व में अवचेतन में!
शान्ति राष्ट्र-निर्माण सृजन, नगर, ग्राम और भवन में
जीवमात्र के तन, मन और जगत के हो कण कण में,
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:॥

Shanti Mantra In English

Om Dyau Shanti-Rantariksha-Gwam Shantih,
Prithvi Shanti-Rapah Shanti-Roshadhayah Shantih ।
 
Vanas-Patayah Shanti-Vishwed Devah Shanti-Brahma Shantih,
Sarvag-Wam Shantih Shanti-Reva Shantih Sa Ma Shanti-Redhi॥
Om Shantih Shantih Shantih Om॥

Shanti Mantra Meaning In English

Peace in all three worlds, Lord: on water, on land, and in the sky; in space, on fire, on wind;
in medicine, plants, forests, and groves; in the subconscious;
in the hearts of all living things; and in every part of the world. Do it Lord, Om Shanti: Shanti: Shanti.

Shanti Path Mantra

वक्रतुण्ड महाकाय गणेश मंत्र – Vakratunda Mahakaya
गजाननं भूत गणादि सेवितं – Gajananam Bhoot Ganadi Sevitam Ganesh Mantra
गणेश शुभ लाभ मंत्र – Shubh Labh Mantra

शांति पाठ कब किया जाता है?

यजुर्वेद के एक शांति पाठ मंत्र के द्वारा ईश्वर से शांति बनाए रखने की प्रार्थना की जाती है। ज्यादातर हिंदू समाज के लोग अपने किसी भी प्रकार के धार्मिक कृत्य, संस्कार, यज्ञ आदि के आरंभ और अंत में इस शांति पाठ के मंत्रों का मंत्रोच्चारण ज़रूर करते हैं। यहां जानें यजुर्वेद के इस मंत्र के बारे में जिसके द्वारा भगवान से आशीर्वाद पाया जा सकता है।

ओम शांति कब बोला जाता है?

भौतिक समस्याओं जैसे – दुर्घटना, अपराध, मानवीय संपर्क आदि बाधाओं के लिए ऊं शांति का मंत्र बोलते हैं। लोग इसलिए ऊं शांति का मंत्र बोलते है. जिससे कि शांति मिलती है। अगर इस मंत्र की बात करे तो इसमें कुल मिलाकर जगत के समस्त जीवों, वनस्पतियों और प्रकृति की शांति की प्रार्थना की गई है।

शांति पाठ क्यों किया जाता है?

ज्यादातर हिंदू संप्रदाय के लोग अपने किसी भी प्रकार के धार्मिक कृत्य, संस्कार, यज्ञ आदि के आरंभ और अंत में इस शांति पाठ के मंत्रों का मंत्रोच्चारण ज़रूर करते हैं। और घर की सुख-समृद्धि से लेकर जीवन में शांति तक के लिए सनातन धर्म में कई मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसके पारिवारिक जीवन सुख-शांति रहे।

शांति पाठ कितने दिन का होता है?

भारतीय समाज में घर में किसी की मृत्यु होने पर 13 दिनों तक गरुड़ पुराण का पाठ रखा जाता है, ताकि मृतक की आत्मा को शांति मिले। हिंदू धर्म में 18 महापुराण हैं, गरुड़ पुराण इनमें से एक है. इसके रचतिया भगवान विष्णु को माना जाता है. मान्यता है कि मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ करने से आत्मा को सद्गति मिलती है।

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