Dashrath Shabd Roop in Sanskrit – दशरथ शब्द अजन्त (अकारांत) पुल्लिंग संज्ञा शब्द है। सभी पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनाते है जैसे- अश्व, काक, भक्त, केश, कलश, पाद, ब्राह्मण, कृषक, आपण, अध्याय, सूर्य, आश्रम, मानव, उद्यान, कूप, आकाश, ग्राम, उत्सव, लोक, गीत, लोक, वृषभ, अधर, वानर, कपोत, अनेक, शिष्य, शूद्र, गज, दिवस, घट, गोत्र, शिव, सुर, खग, असुर, दानव, ईश्वर, छात्र, जन, जनक, नर, देव, बालक, राम, वृक्ष, गृह, मास, इन्द्र, कृष्ण, गोविन्द, गुण, चन्द्र, आदि।

दशरथ शब्द के रूप सातों विभक्ति में – Dashrath Shabd Roop in Sanskrit
दशरथ शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | दशरथः | दशरथौ | दशरथाः |
द्वितीया | दशरथम् | दशरथौ | दशरथान् |
तृतीया | दशरथेन | दशरथाभ्याम् | दशरथैः |
चतुर्थी | दशरथाय | दशरथाभ्याम् | नरेभ्यः |
पंचमी | दशरथात् / दशरथाद् | दशरथाभ्याम् | नरेभ्यः |
षष्ठी | दशरथस्य | दशरथयोः | दशरथानाम् |
सप्तमी | दशरथे | दशरथयोः | दशरथेषु |
सम्बोधन | हे दशरथ! | हे दशरथौ! | हे दशरथाः! |
आशा करता हूँ की आपको इस लेख से दशरथ शब्द का रूप समझ में आया होगा अगर आपको इसके बारे में समझने में कोई दिक्कत हो या कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर जरूर देंगे।