संस्कृत शब्द रूप – परिभाषा, भेद व उदाहरण | Shabd Roop in Sanskrit

Shabd Roop in Sanskrit:- नमस्कार, दोस्तों आप सभी को पता है की वाक्‍य की सबसे छोटी इकाई को शब्‍द कहते हैं। और जब ये शब्द वाक्य में प्रयुक्त होते हैं तो उन्हें पद (सार्थक शब्द) कहते हैं, पदों के पाँच रूप होते हैं- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय और क्रिया।

क्रियापदों को छोड़कर संज्ञा और संज्ञा सूचक शब्द सुबंत के अंतर्गत आते है। संस्‍कृत भाषा में प्रयोग करने के लिए इन शब्‍दों को ‘पद’ बनाया जाता है। संज्ञा, सर्वनाम आदि शब्‍दों को पद बनाने हेतु इनमें प्रथमा, द्वितीया आदि विभक्तियाँ लगाई जाती हैं। इन शब्‍दरूपों का प्रयोग (पुल्लिङ्ग्, स्‍त्रीलिङ्ग और नपुंसकलिंङ्ग् तथा एकवचन, द्विवचन और बहुवचन में भिन्‍न-भिन्‍न रूपों में) होता है। इन्‍हें सामान्‍यतया Sanskrit Shabd Roop कहा जाता है।

संज्ञा आदि शब्‍दों में जोड़ने वाली विभक्तियाँ 7 होती हैं। इन विभक्ति‍यों के तीनों वचनों (एक, द्वि, बहु) में बनने वाले रूपों के लिए जिन विभक्ति-प्रत्‍ययों की पाणिनि द्वारा कल्‍पना की गई है, वे ‘सपु’ कहलाते हैं। इनका परिचय इस प्रकार है-

Sanskrit Shabd Roop
विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमासु (स् = : ) जस् (अस्)
द्वितीयाअम्औट् (औ)शस् (अस्)
तृतीयाटा (आ)भ्याम्भिस् (भिः)
चतुर्थीङे (ए)भ्याम्भ्‍य:
पंचमीङसि‍ (अस्)भ्याम्भ्‍य:
षष्‍ठीङस (अस्)ओस् (ओ:)आम्
सप्‍तमीङि (इ)ओस् (ओ:)सुप् (सु)
Shabd Roop

ये प्रत्‍यय, शब्‍दों के साथ जड़कर अनेक रूप बनाते हैं। रूप निर्देश से रूपभेद को स्‍पष्‍ट किया गया है- शब्‍दों के विभिन्‍न रूपों में भेद होने के कारण ‘संज्ञा’ आदि शब्‍दों को तीन वर्गों में विभक्‍त किया जा सकता है-

  1. संज्ञा शब्‍द
  2. सर्वनाम शब्‍द
  3. संख्‍यावाचक शब्‍द।

संज्ञा शब्‍दों के अन्‍त में ‘स्‍वर’ अथवा व्‍यञ्जन होने के कारण इन्‍हें पुनः दो वर्गों में बाँटा गया है-

स्‍वरान्‍त (अजन्‍त) – अर्थात्जिन शब्‍दों के अन्‍त में अ, आ, इ, ई आदि स्‍वर होते हैं, उन्‍हें स्‍वरान्‍त कहा जाता है। इनका वर्गीकरण इस प्रकार है- अकारान्‍त,  एकारान्‍त, ईकारान्‍त, इकारान्‍त, ओकारान्‍त, उकारान्‍त, आकारान्‍त, ऋकारान्‍त, ऊकारान्‍त तथा औकारान्‍त आदि। यथा- गरु, बालक, नदी, कवि, पित, लता,  गो आदि।

व्‍यञ्जनान्‍त (हलन्‍त) – शब्‍दों के अन्‍त में ट्, च्, क्, त् आदि व्‍यञ्जन होते हैं, उन्‍हें व्‍यञ्जनान्‍त कहा जाता है। इनका वर्गीकरण इस प्रकार है- जकारान्‍त, चकारान्‍त, तकारान्‍त, धकारान्‍त, दकारान्‍त, नकारान्‍त, भकारान्‍त, पकारान्‍त, रकारान्‍त, शकारान्‍त, वकारान्‍त, सकारान्‍त, षकारान्‍त, हकारान्‍त आदि रूपों में की जाती है, यथा- जगत्, राजन्, श्रीमत्, पयस् आदि।

Table of Contents

Shabd Roop in Sanskrit

अकारान्‍त पुल्लिङ्ग् Shabd Roop

अकारान्‍त नपुंसकलिंग शब्‍द रूप

आकारान्त स्त्रीलिंग शब्‍द रूप

इकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

इकारान्त स्त्रीलिंग शब्‍द रूप

इकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

ईकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

ईकारान्त स्त्रीलिंग शब्‍द रूप

उकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

उकारान्त स्त्रीलिंग शब्‍द रूप

उकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

ऊकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

ऊकारान्त स्त्रीलिंग शब्‍द रूप

ऋकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

ऋकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

ऐकारांत पुल्लिंग शब्‍द रूप

रै (धन/सोना) शब्द रूप

ओकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

गो / गौ शब्द रूप

औकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

ग्लौ (Glau) शब्द रूप

चकारान्त पुल्लिंग शब्‍द रूप

चकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

वाच्/वाक् शब्द रूप

जकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

जकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

ऊर्ज् शब्द रूप

तकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

तकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

थकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

अग्निमथ् शब्द रूप

दकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

सुपाद् शब्द रूप

नकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

नकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

पकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

गुप् (Gup) शब्द रूप

पकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

अप् (Ap) शब्द रूप

रेफान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

वकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

सुदिव् (Sudiv) शब्द रूप

वकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

दिव् (Div) शब्द रूप

शकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

शकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

षकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

आशिष् शब्द रूप

षकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

सकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

सकारान्त नपुंसकलिंङ्ग् शब्‍द रूप

हकारान्त पुल्लिङ्ग् शब्‍द रूप

हकारान्त स्‍त्रीलिङ्ग शब्‍द रूप

सर्वनाम (Pronoun) शब्दों के रूप

किम् (क्या, कौन) – नपुंसकलिंङ्ग् शब्द रूप

संख्यावाचक शब्‍द रूप

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